संस्मरण - 2 .. नानाजी, मां और भय की लाठी - डॉ शरद सिंह
Dr (Miss) Sharad Singh, Book Author and Social Workerमेरे नाना संत श्यामचरण सिंहहेडमास्टर रहे थे। यद्यपि उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय होने के लिए मेरे जन्म से बहुत पहले ही नौकरी से तयागपत्र...
View Articleकहानियां यूं ही नहीं बनतीं - डॉ. शरद सिंह
Dr (Miss) Sharad Singh as a Speaker at National Seminar of Dr Harisingh Gour Central University Sagar M.P. on Tribal Literature held on 03.03. 2017"कहानियां यूं ही नहीं बनतीं। एक या एक से अधिक व्यक्ति,...
View Articleलोक कथाओं का महत्व - डॉ. (सुश्री) शरद सिंह
Dr (Miss) Sharad Singh as a Speaker at National Seminar of Dr Harisingh Gour Central University Sagar on Tribal Literature held on 03.03 2017लोक कथाओं का महत्व - डॉ. (सुश्री) शरद सिंह(‘प्राचीन भारत का...
View Articleसागर पाठक मंच में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ शरद सिंह ने 'नींद क्यों रात भर...
Dr Sharad Singh as Chief Guest at Sagar Pathak Manch on the Novel of Suryanath Singh - 09.12.2018 दिनांक 09.12.2018 को साहित्य अकादेमी मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद भोपाल के स्थानीय उपक्रम सागर पाठक मंच के...
View Articleशब्दों का उत्सव वाया ‘पोस्ट बॉक्स नं. 203---नाला सोपारा’ - संपादकीय - शरद सिंह
Dr (Miss) Sharad Singh, Editor & Author‘‘सामयिक सरस्वती’’ पत्रिका के जनवरी - मार्च 2019अंक में मेरा संपादकीय ... ("सामयिक सरस्वती", कार्यकारी संपादक Sharad Singh, संपादक Mahesh Bhardwajजनवरी -...
View Articleचर्चित कथाकार और स्त्री-विमर्शकार लेखिका शरद सिंह की नई किताब 'थर्ड जेंडर...
Third Gender Vimarsh - Book of Dr Sharad Singhयही है मेरी नई किताब "थर्ड जेंडर विमर्श" ... इसकी सामग्री आपको चौंकाएगी और समाज के उस पक्ष से परिचित कराएगी जिसे अभी आप ठीक से नहीं जानते हैं और जानते भी...
View Articleविदा नामवर सिंह... विनम्र श्रद्धांजलि...- डॉ (सुश्री) शरद सिंंह
विदा नामवर सिंह... विनम्र श्रद्धांजलि...- डॉ (सुश्री) शरद सिंह"श्रद्धेय नामवर सिंह वे विरले साहित्यालोचक थे जिन्होंने अपना मानक स्वयं गढ़ा। विनम्र श्रद्धांजलि !" - डॉ शरद सिंह"आलोचकों की प्रथम पंक्ति...
View Articleरंगों की कथा कहती - डॉ शरद सिंह
Holi Ghazal by Dr (Miss) Sharad Singhरंगों की कथा कहती होली की रवानी हैदेखो तो हंसी मौसम पर छाई जवानी हैमिलते हैं सभी खिलकर फूलों की तरह देखोउल्लास भरी चाहत होती ही सुहानी है
View Articleविनम्र श्रद्धांजलि ... रमणिका गुप्त जी ... चिरविदा...कभी नहीं !!! - डॉ शरद सिंह
अलविदा "ज़िद्दी लड़की" तुम भले ही चली गई़ंलेकिन तुम्हारी ज़िद कि जज़्बा हमेशा हमारे साथ रहेगा !!!! साहसी लेखिका रमणिका गुप्त को विनम्र श्रद्धांजलि !!!उनकी आत्मकथा "आपहुदरी"यानी एक ज़िद्दी लड़की पर लिखा था...
View ArticleHappy World Book Day - Dr (Miss) Sharad Singh
Few Remarkable Books of Dr (Miss) Sharad Singh
View Articleप्रेमचंद जयंती पर.....कहानियां जो सोचने को विवश करती हैं.....कहानी - ठाकुर का...
Dr (Miss) Sharad Singhकुछ कहानियां पढ़ने के बाद मन-मस्तिष्क पर गहरी छाप छोड़ जाती हैं। प्रेमचंद के कथापात्र आज भी हमारे गांव, शहर और कस्बों में दिखाई देते हैं। दृश्य बदला है लेकिन इन पात्रों की दशा में...
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