![]() |
Khushwant Singh |
एक श्रद्धांजलि ...
- डॉ. शरद सिंह
खुशवंत सिंह का जन्म 2 फ़रवरी, 1915, हदाली, पंजाब में हुआ था। वो एकप्रसिद्ध पत्रकार, लेखक, उपन्यासकार और इतिहासकार थे। एक पत्रकार के रूपमें इन्होंने बहुत लोकप्रियता मिली।
उन्हें 1974 पद्म भूषण और 2007 में 'पद्म विभूषण'से भी इन्हें सम्मानितकिया गया। खुशवंत सिंह ने कई अमूल्य रचनाएं अपने पाठकों को प्रदानकी हैं। उनके पिता का नाम सर सोभा सिंह था, जो अपने समय केप्रसिद्ध ठेकेदार थे। खुशवंत सिंह जी ने 'गवर्नमेंट कॉलेज', लाहौर और 'कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी'में शिक्षा पाई थी। इसके बाद लंदन से ही क़ानून की डिग्री ली। उसके बाद तकवे लाहौर में वकालत करते रहे। खुशवंत सिंह जी का विवाह कंवल मलिक के साथहुआ। इनके बेटे का नाम राहुल सिंह और पुत्री का नाम माला है।
एक पत्रकार के रूप में भी खुशवंत सिंह जी ने अच्छा नाम अर्जित किया औरपत्रकारिता में बहुत ख्याति अर्जित की। 1951 में वो आकाशवाणी से जुड़े थेऔर 1951 से 1953 तक भारत सरकार के पत्र 'योजना'का संपादन किया। मुंबई सेप्रकाशित प्रसिद्ध अंग्रेज़ी साप्ताहिक 'इल्लस्ट्रेटेड वीकली ऑफ़ इंडिया'के और 'न्यू डेल्ही'के संपादक वे 1980 तक थे।
1983 तक दिल्ली के प्रमुख अंग्रेज़ी दैनिक 'हिन्दुस्तान टाइम्स'केसंपादक भी वही थे। तभी से वो प्रति सप्ताह एक लोकप्रिय 'कॉलम'लिखते हैं, जो अनेक भाषाओं के दैनिक पत्रों में प्रकाशित होता है। खुशवंत सिंहउपन्यासकार, इतिहासकार और राजनीतिक विश्लेषक के रूप में विख्यात हैं।
उनकेअनेक उपन्यासों में प्रसिद्ध हैं- 'डेल्ही', 'ट्रेन टू पाकिस्तान', 'दिकंपनी ऑफ़ वूमन'।खुशवंत जितने भारत में लोकप्रिय थे उतने ही पाकिस्तान में भी लोकप्रियथे। उनकी किताब ट्रेन टू पाकिस्तान बेहद लोकप्रिय हुई। इस पर फिल्म भी बनी। दोखंडों में प्रकाशित 'सिक्खों का इतिहास'उनकी प्रसिद्ध ऐतिहासिक कृति है।
साहित्य के क्षेत्र में पिछले सत्तर वर्ष में खुशवंत सिंह का विविध आयामीयोगदान अत्यंत महत्त्वपूर्ण है।